कभी तन्हाईयों में ,कभी परछाईयों में, कभी राह चलते मुसाफिरों की तरह से, तेरा साया बनकर संग तेरे मैं रहूंगा, मुझे ज़माने में ढूंढ़ लेना मुहाजिरों की तरह से... #dilkibaat #purani_yaadein #ishq #shayri #poetry #dard