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आप क्या प्रेक्टिस करते हैं? ----------------------

आप क्या प्रेक्टिस करते हैं?
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अंग्रेज़ी में एक कहावत है प्रेक्टिस मैक्स दी मेन परफ़ेक्ट। यानी किसी काम को बार बार करना या दोहराना आपको उस काम का माहिर बना देता है, एक्सपर्ट बना देता है। कुंग फ़ू की फ़ील्ड में एक चीनी कहावत है के मुझे उन एक हज़ार दाव से ख़तरा नहीं है जो तुमने एक एक बार प्रेक्टिस किए हैं। मुझे तो उस एक दावे से डर लगता है जो तुमने एक हज़ार बार प्रेक्टिस किया है। पहले हम अपनी आदत बनाते हैं और फिर वोह आदत हमें बनाती हैं यानी वोह आदत हमारी पहचान बन जाती है। यह सब कहावतें वग़ैरह एक ही हक़ीक़त से पर्दा उठाती हैं वोह यह के किसी काम की बार बार प्रेक्टिस आपको उस ख़ास काम का माहिर बना देती है। अब सवाल सिर्फ़ यह है के आप अपनी ज़िंदगी में आज तक क्या प्रेक्टिस करते रहे हैं। अगर आप शिकवे शिकायत प्रेक्टिस करते आए हैं तो कुछ ही अरसे में आप उस में ऐसे एक्सपर्ट बन जाएंगे के जल्द ही लोगों से,माशरे से, रिश्तेदारों से और ख़ुदा से आपको तरह तरह की शिकायतें होने लगेंगी। अगर मीन मैख़ और नुक़्ताचीनी पर प्रेक्टिस करते आए हैं तो यक़ीन जानिए के जल्द ही आप नुक़्ताचीनी के इतने बड़े माहिर बन जाएंगे के पोज़ेटिव पहलू में भी नुक़्स का पहलू तलाश कर लेंगे। अगर आप सब्र और सुकून पर प्रेक्टिस करते आए हैं तो बहुत जल्द आप सख़्त से सख़्त हालात में भी सुकून का पैग़ाम बने नज़र आएंगे। सवाल बहरहाल यही है के आप क्या प्रेक्टिस करते आए हैं।

Aafreen Deeba
आप क्या प्रेक्टिस करते हैं?
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अंग्रेज़ी में एक कहावत है प्रेक्टिस मैक्स दी मेन परफ़ेक्ट। यानी किसी काम को बार बार करना या दोहराना आपको उस काम का माहिर बना देता है, एक्सपर्ट बना देता है। कुंग फ़ू की फ़ील्ड में एक चीनी कहावत है के मुझे उन एक हज़ार दाव से ख़तरा नहीं है जो तुमने एक एक बार प्रेक्टिस किए हैं। मुझे तो उस एक दावे से डर लगता है जो तुमने एक हज़ार बार प्रेक्टिस किया है। पहले हम अपनी आदत बनाते हैं और फिर वोह आदत हमें बनाती हैं यानी वोह आदत हमारी पहचान बन जाती है। यह सब कहावतें वग़ैरह एक ही हक़ीक़त से पर्दा उठाती हैं वोह यह के किसी काम की बार बार प्रेक्टिस आपको उस ख़ास काम का माहिर बना देती है। अब सवाल सिर्फ़ यह है के आप अपनी ज़िंदगी में आज तक क्या प्रेक्टिस करते रहे हैं। अगर आप शिकवे शिकायत प्रेक्टिस करते आए हैं तो कुछ ही अरसे में आप उस में ऐसे एक्सपर्ट बन जाएंगे के जल्द ही लोगों से,माशरे से, रिश्तेदारों से और ख़ुदा से आपको तरह तरह की शिकायतें होने लगेंगी। अगर मीन मैख़ और नुक़्ताचीनी पर प्रेक्टिस करते आए हैं तो यक़ीन जानिए के जल्द ही आप नुक़्ताचीनी के इतने बड़े माहिर बन जाएंगे के पोज़ेटिव पहलू में भी नुक़्स का पहलू तलाश कर लेंगे। अगर आप सब्र और सुकून पर प्रेक्टिस करते आए हैं तो बहुत जल्द आप सख़्त से सख़्त हालात में भी सुकून का पैग़ाम बने नज़र आएंगे। सवाल बहरहाल यही है के आप क्या प्रेक्टिस करते आए हैं।

Aafreen Deeba