मेरा वहम वो बार-बार तोड़ देता है यादों में साथ रहता है फिर छोड़ देता है। मैं दूर जाना भी चाहता हूँ उसकी यादों से मगर उसकी यादों का गुलिस्ताँ मेरा रुख मोड़ देता है। ©SP JANGRA #tanha #Pareshan #Gumzada Sakshi Dhingra Anshu writer gudiya Ankit Gupta krishna sharma