कब तक रह पाओगे आखिर यू दूर हमसे मिलना परेगा kbhi न kbhi जरूर हमसे नजरे चुराने वाले ये बेरूखी है कैसी कह दो अगर हूआ है कोई कसुर हमसे ©zahid zafri zahid zafri #Love