गम हो जाते हैं कम, अपनों के संग, और खुशियों पे चढ़ जाते हैं गहरे रंग । पर बेगाने भी हो सकते हैं अपने , कभी सोचा नहीं था सपने में । आज बेटे के जन्मदिन पे , बिल्कुल थी अकेली मैं , मन था थोड़ा उदास , बेटे के लिए बना ना पाई केक , और ला ना पाई कोई उपहार । शाम को दरवाजे की घंटी बजी, देखा, हाथ में केक लिए खड़े हैं मेरे पड़ोसी, उस पल को बयां करना है मुश्किल , खुशी से भर आया मेरा दिल, अनजाने शहर में आज, मिल गया अपना एक परिवार । अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। वो दिन हो चाहे रात, हमारी फैमिली ही होती है हमारे साथ। #परिवारदिवस #परिवार #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi