तो अर्ज़ किया है , ख़यालों में जो बसी हो तुम (2) ज़िंदगी में उतर आओ तो जाने ... चाहत हो तुम तो कईयों की (2) महबूब हमारी हो जाओ तो जाने । ख़ुद पे बड़ा गुरूर है तुमको (2) हुस्न से हमें भी जलाओ तो जाने । हमदर्द हो तुम फिक्रमंदों की (2) हमें दर्द अपना बताओ तो जाने । प्यार भरा जो तेरे उस दिल में है (2) उस दिल को इस दिल से लगाओ तो जाने ! _________________________________________________ जुस्तजू करते तुम्हारी , आरजू भी तुम ही हो (2) आरजू से आबरू तक तुम बदल जाओ तो जाने । शायरी संग्रह ✌️🤣 Umm , jaan raha alag alag shayari hai isme , but ab kaun itni mehnat kare baar baar post karne mein😂 ...... Isse accha ek baar mein nipta do sabko !!!!! (अर्ज़ किया है के बाद , इरशाद बोलना न भूले 😂 ...... Aur baaki 2 aise hi nhi likha hai , jyada feel ke liye kripya 2 baar padhe , aur kaun sa palvel nikalna hai kisi ko jo time ki kami hai 😏)