वह दिन थे ना हम तुम्हें जानते थे और ना ही तुम हम से वाकिफ थी , इत्तेफाक ही था तुम्हारी गली में आना और हमारी मुलाकात हो जाती थी । हम थे गाँव के सबसे अच्छे लड़के तुम भी लड़की भोली-भाली थी , देखते ही इक दूजे के नहीं हुए थे हम कई वक्त बाद शुरू हुई ये कहानी थी । शायद कोई और थी हमारी जिंदगी में यह बात भी तुमने जानी थी, फिर भी अपनी चाहत को तुमने हमको जताने की ठानी थी। वह लड़की कोई अन्जान नहीं तुम्हारी सबसे खास सहेली थी, फिर भी तुमने इजहार किया शायद यह भी एक पहेली थी। इक शाम जब तुमने हमको इक खत भेजा था , तुमने अपनें जज्बातो को उसमें लिख भेजा था। उस साल गाँव छोड़ने से पहले हम पर इक इलज़ाम लगा था, उस हादसे से तुम नहीं थी वाकिफ पर जीना दुस्वार हुआ था। उस साल बिछड़ते वक़्त तक हमारी यही कहानी थी, वो बातें अपनें जहन से आज बाहर लानी थी । ©Shani Shukla #Shani #shani_shukla #shayarshani #shanishukla999 #alfaj_e_shani #दास्तान #OneSeason