बस फिसलती रही मुट्ठी में बंद करना चाहा उसे, जी भर कर जीना चाहा उसे, बस फिसलती रही बस फिसलती रही.. इन हवाओं के संग , इन फिजाओ के संग.. मेरे हालत पर अब तो हंसती रही बस फिसलती रही... ©Hariom Sultanpuri #life #Slipped #Poetry #Nozoto #Trending