सुबह का सूरज, शाम को छिपने लगा चांद की बारी आई, वो दिखने लगा चाय की चुस्कियों में कलम मेरी उठी कुछ न सूझा ग़ज़ल चाय पे लिखने लगा #चाय #कलम #चुस्की #शायरी #Nojotoapp #NojotoappHindi MRk💝 Shobha Gahlot