तुम ही तो हो मेरी मर्यादा.. तुम से ही तो मैं हूँ तुम हो तो मैं हूँ तुम से ही तो हैं वजूद मेरा मेरी जान हो .. मेरी शान हो.. मेरी लाज हो.. मेरा सम्मान हो.. ऐसी निसबत हासिल हुई तुम्हारी.. मैं मैं ना रही.. ईबादत मे लोक लाज छोडकर .. भूल बैठी दुनिया दारी.. क्या इकमीम लिखू मेरे ख्वाजा तुम्हारी.. समुद्री स्याही भी कम पड जाये.. ऐसी तिलावत है तुम्हारी.. प्रियंका कार्तिकेय #NojotoQuote mohhram special quotes