तलाश करती है इंतजार करती है मंजिल की चाह में खुद को बेकरार करती है, कभी जूनून सी कभी सुकून सी राहे सफ़र है हम मुसाफिर है मंजिल खूबसूरत है ©harshit #सफर #मंजिल_की_चाहत