Nojoto: Largest Storytelling Platform

अनजान से रास्तों पे एक पनाह तुम्हारा हो... मेरी गु

अनजान से रास्तों पे एक पनाह तुम्हारा हो...
मेरी गुमनाम सी मंजिल में पैगाम तुम्हारा हो...
कितने ही मुश्किलें क्यों न आये राहों में...
परवाह नहीं...!
अंजाम जो भी हो देखा जाएगा...
 हाथों में हाथ थामें, बस एक साथ तुम्हारा हो..

©Nutan Patel #Love #Chahat #rashta #mnjil 
#Love
अनजान से रास्तों पे एक पनाह तुम्हारा हो...
मेरी गुमनाम सी मंजिल में पैगाम तुम्हारा हो...
कितने ही मुश्किलें क्यों न आये राहों में...
परवाह नहीं...!
अंजाम जो भी हो देखा जाएगा...
 हाथों में हाथ थामें, बस एक साथ तुम्हारा हो..

©Nutan Patel #Love #Chahat #rashta #mnjil 
#Love
nutanpatel3043

Nutan Patel

New Creator