अनजान से रास्तों पे एक पनाह तुम्हारा हो... मेरी गुमनाम सी मंजिल में पैगाम तुम्हारा हो... कितने ही मुश्किलें क्यों न आये राहों में... परवाह नहीं...! अंजाम जो भी हो देखा जाएगा... हाथों में हाथ थामें, बस एक साथ तुम्हारा हो.. ©Nutan Patel #Love #Chahat #rashta #mnjil #Love