हम भी सांस लेते है, प्रकृति के लिए अहमियत रखते है, माना आप लोगों सा कह नही पाते पर दर्द की एक जुबां हम भी रखते है। शिकवा न शिकायत किसी से, इल्तज़ा है आपसे आप भी जियो और हमें भी जीने दो,आपकी दुनियां में आप और हमारी दुनियां में हमें रहने दो🙏🏻 ©Smita Sapre #wildlifeday