जाने जिगर कुछ दिन से वो मुझको, पहचान नहीं रही है। मेरी जाने जिगर अब मेरी, जान नहीं रही है। मेरे बिना जी नहीं सकती, जानती वो भी है। बस थोड़ी ज़िद्दी है। मान नही रही है। ताहिर।।। ©TAHIR CHAUHAN #जाने जिगर #PoetInYou