मौन मात्र मौन नहीं है उसमें छिपे हैं असंख्य शब्द किसी गर्त में जाने से स्वयं को रोकते हुए अपने अस्तित्व को ढूँढते हुए । ब्रह्मांड के किसी सूक्ष्म कण पर , कदाचित उनका स्थान निर्धारित किया गया है। किसी विध्वंसक विस्फोटक की भाँति धीमे-धीमे मौन और क्रोध की आँच पर पकते हैं अणु या परमाणु के रूप में कुछ शब्द। नाभिकीय संलयन... #अनाम_ख़्याल #मौन #अणु #परमाणु