कह रहा सन्नाटा कभी हमसे भी मिला करो, रोती है खामोशियां कभी हमसे भी मिला करो, चांद भी आहें भरता है अकेली रातों में, कभी चकोर से मिला करो, तारें भी शिकायतें करते हैं,कभी हमारी भी तारीफ़ किया करो, जब जब सताए तनहाइयां तो, तारों से बातें किया करो, सुकूं बहुत है इस सन्नाटे में कभी खुद से भी मिला करो, बहुत व्यस्तता है जिंदगी में, कभी वक्त तारों को दिया करो, है तुम्हारे अयुष साथी यह, कभी बचपन भी जीया करो, उन्मुक्त गगन पर लाखों की तादाद में है तारें, कभी इनसे भाईचारे का सबक भी लिया करो, यह रोशन करते हैं हमेशा चांद को, कभी इनसे समर्पण की अदा भी सीखा करो। #yqbaba #yqdidi #myquote #openforcollab #collabwithmitali #kabhi_kabhi_baat #sitaro_se_baat 📀 समय सीमा: 11:59 कल रात्रि तक। 📀 आप किसी भी भाषा में लिख सकते हैं (Hindi & English) 📀 शब्द सीमा: 12 लाइन्स