दिवाने हुए हम जिनकी दिल्लगी कि हिफाज़त किया करते थे, इल्म हि नहीं हुआ कभी के कातिलों में जिया करते थे। कि जिनके लिए मशरुफ थे हम बारूदों पर चड़ शमां बुझाने को, यकीं नहीं था वोह लिए चिंगारी इसी वक्त का इंतज़ार किया करते थे । #shaayavita #befawaa #bewafaai #dewaana