मैं बन जाऊं सुर व ताल तेरा, तू मेरा राग बन जाए, मैं बन जाऊं सीते तेरी, तू मेरा राघव राम बन जाए। नही है मंज़ूर तेरी नेह को, राधे व कृष्ण जैसा विरह, मैं बन जाऊं रुक्मिणी तेरी, तू मेरा श्याम बन जाए।। #NUB Gupt@#