व्यवस्था जब सताये तब कहां लगता कोई थाह है । अजीब घड़ी चल रही तेज़, बहुत तेज़ तो चली पर समय रुक गया है । शोर मंज़िल की हुई हर गाँव , गली में गुमराह लग रहे हम अब तो ,न जाने कहां धरे हमनें पांव थे। अन्धों को मिल रहा दीपक बाटने का हक़ रौशनी को मिली प्रताड़ना न जाने किस बात की। ताज़ रहे अपना सलामत हमें ओरों से मतलब क्या? सब्र करों अंधे अभी तो हुई है प्रताड़ित रौशनी, तुम भी किसी दिन जाओगे रौन्धे और... बादशाहत भी जाती है एक दिन बादशाह की । रही बात हक़ की ... तो मुबारक तो फिलहाल ये ताज़ तुमको रौशनी तो राह ओरों को दिखाती है जो राह दिखाये ओरों को वह रौशनी राह अपना भी खुद ही बनाती है । #bpsctre23 -(01 ) 23 number walo ka ho rha, koi 68 lakar bhi vanchit h😡 kisi b.ed ka ho gaya koi d.led hokar vanchit hai अंधेर नगरी चौपट.... ©gudiya #WoNazar #nojotohindi #nojotoLove #nojotoshayari #nojotohindi #nojotoenglish #nojotoLove #nojotoshayari