यूं तो दिल पर इख्तियार बरतते है इश्क़ की गलियों से, अब जरा दूर ही रहते है.... पर कमबख्त दिल ना जाने कलम को क्या इशारा करता है , ये इश्क़ ए अल्फ़ाज़ , बेमौसम बारिश की तरह फिर बरसते है The Untold RC #Life #writer #ishq #Poetry #Shayari #Hindi हिन्दी पुस्तक बैंक