Unsplash आज देखा तुम्हें वर्षों के बाद आज का दिन बीत न जाए कहीं ।। तुम तो हो फरेब ए निगाह आज भी निगाहें चुराकर गुजर न जाए कहीं।। मेरे हिज़्र का मुझसे वादा था के तुम्हें देखकर ये दिल रो न जाएं कहीं।। आज भी याद है सबब इन आंखों का आज भी मैं इनमें डूब न जाएं कहीं।। ©Shyarana Andaaz (अज्ञात) #snow #Memories #FirstLove