देहलीज़ पर मेरी अपने कदम वो बढ़ा रही है कलश चावल का अपने पैरों से लुढ़का रही है एक अरसे से देखे मेरे सपने को हकीकत बना रही है जब दुल्हन बन मेरी वो जिंदगी में आ रही है #दुल्हन