उनके गांव से यूँ कोई डोली पर सवार गुज़री है, जाने क्यों ये बात हमें ना-गवार गुज़री है.. तुम्हारे बिना ही यूँ सारी शाम गुज़री है, जितनी भी गुज़री सब बेकार गुज़री है.. अब हमें क्या खबर थी की उनकी यही रिवायत है, अब तो बस ज़िन्दगी जाम के साथ बहार गुज़री है... #pyari_soch #feather #village #Love #Quote #Poet #Shayar #Trending #pyarisoch #alone #Happy