चलो माना गलत है दहेज़ पर क्या देने से खुद को रोक पाओगे जब भी जाओगे ढूंढने को रिश्ता नौकरी पैसा ओहदा भूल पाओगे कहने को कह तो कह देते हैं सभी कि हैं बुरी बात यूं दहेज़ लेना पर क्या कम पैसे सामान्य नौकरी वाले से अपनी बिटिया की शादी कराओगे सब लोग ढूंढ रहें इस समाज में अपने लिए दौलत मंद दामाद क्या किसी गरीब के साथ तुम अपनी बिटिया का घर बसा पाओगे गर नही तो तुम्हें अधिकार नही हैं दहेज़ के खिलाफ़ बोलने का तुम्हें अधिकार नहीं हैं सारे लड़को को एक ही तराजू पर तोलने का तुम्हें कोई अधिकार नही हैं हम पर यूं बेवजह लांछन लगाने का तुम्हें कोई अधिकार नहीं हैं इस समाज को दहेज़ लोभी बताने का ©® अंकुर तिवारी ©Ankur tiwari #Exploration चलो माना गलत है दहेज़ पर क्या देने से खुद को रोक पाओगे जब भी जाओगे ढूंढने को रिश्ता नौकरी पैसा ओहदा भूल पाओगे कहने को कह तो कह देते हैं सभी कि हैं बुरी बात यूं दहेज़ लेना पर क्या कम पैसे सामान्य नौकरी वाले से