मेरे अश्कों का बरसना भी ग़नीमत समझो, ऐसी बारिश ने दरख़्तों को हरा रक्खा है। -शमशेर जी. 'साहिल' #शमशेर_जी_साहिल #Shamsher_G_Sahil #pain #tears #GhazalOfSahil #BestPoetryEver #HindiShayri #SadShayri