ना चूड़ी, ना बिंदी, ना बिछया, है मेरी पहचान, तेरे भरोसे की छाँव से, भरा है मेरा श्रृंगारदान । इन बेड़ियो मे कहां इतना जोर, मैं तो बंधी हूँ, तेरे प्रेम की डोर ।। Trust n love needs no societal stamps. . . . . #yqtales #yqlove #yqtrust #yqhindi #yqdiary #yqthoughts #yqkavi #yqpoetry