जिस तरह फेंक दिया जाता है सागर में इक पत्थर, जान उसे बेसहाय भंग कर दी जाती है वो उसकी, अथाह शांति भी जा पहुँचता है वो फिर हृदय तल, पर ठहर जाता है हमेशा-हमेशा के लिए उस जगह, जैसे सदियों से दबाकर रखा हो कोई दर्द अंदर ही, सीने पर पत्थर रखकर जीना तो कोई उससे सीखे ! #समंदर #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #shayari #ocean #dard #yqbaba