अजनबियों से मिलते मिलते ख़ुद से मिलना भूल गए ! देखी हमने सारी दुनिया पर ख़ुद को देखना भूल गए !! कभी यहाँ और कभी वहाँ हम बेमतलब के चलते रहे ! गुज़र गया जब समय हमारा फिर हाथों को मलते रहे !! मंज़िल मिलती हमको कैसे रस्ता अपना भूल गए !! अजनबियों से मिलते जुलते ख़ुद से मिलना भूल गए !! हमारे दो और हम भी दो हैं पर वाहन घर में चार खड़े ! निकालें घर से गाड़ी को चाहें पिछली गली में काम पड़े !! सुख सुविधा के चक्कर में हम पैदल चलना भूल गए !! देखी हमने सारी दुनिया पर ख़ुद को देखना भूल गए !! कभी फेसबुक कभी व्हाट्स ऐप बातें चलती संग अनेक ! नचाये सबको एक फोंन ये देखो इसके रंग अनेक !! एक ही कमरे में बैठे सब आपस में बतियाना भूल गए !! अजनबियों से मिलते मिलते ख़ुद से मिलना भूल गए !! P.K. Shayar #Nojotoahindi#Nojoto#life