ये कहानी है उस हीर की एक कहानी है उस हीर की जिससे दिल लगाया था एक रांझे ने कहने को दोनों दो जिस्म और एक जान थे मगर मुश्किल में उनके प्राण थे एक रोज आयी वो सुबह जब अरसे बाद थे वे मिलने को कहीं क्या पता था हीर को , रान्झे को अब कभी देखने वाली है नहीं