एक तेरे इंतज़ार में, हम अपनी "नींदों" से भी बगावत कर बैठे हैं। और एक तू है, जो बस हमें तड़पता देख कर खुश होती है। ©ब्राह्मण अभिषेक पटैरिया #_इंतज़ार