क्यों खबर पुछते हो? कोई फिक्र करे मेरा अब नहीं रही ऐसी ख्वाहिश.. अब आदत लग गई, मेरा फिक्र छोड़ो जाओ करो अपने रकीब के आगे ये नुमाइश.. ...laddu ki lekhani... mahesh babu