ये वादियां अपने पास बुलाती है मुझे लोरी गा गाकर सुनाती है मुझे थपकियाँ देती है मुझे ठंडी हवाओं की अपनी गोदी में सुलाती है मुझे ढक देती है बर्फ सी सुंदर चादर माँ होने का एहसास कराती है मुझे खो जाती हूँ मैं इन हसीं वादियों में आकर अपने होने का अनुभव कराती है मुझे लपेट लेती है मुझे अपनी बर्फीली हवा में मैं कौन हूँ क्या हूँ सब कुछ भुला देती है मुझे सुकूँ मिलता है इनकी पनाह में आकर प्रकृति क्या है ये राज बताती है मुझे ©Dr Manju Juneja #ये_वादियां #एहसास #प्रकृति #लोरी #थपकियाँ#सुलाती #पनाह #सुकूँ #nojotohindi #nojotopoetry