बह्र-ए-रमल मुसद्दस सालिम
[फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन]
[2122 2122 2122]
सारी दुनिया से बग़ाबत कर बैठा हूँ,
हाए मैं तुमसे मुहब्बत कर बैठा हूँ।
आओ लड़ लो मुझसे लड़ना चाहते हो,
सब से लड़ने की जसारत कर बैठा हूँ।
जब भी आया है अदू नम आँखें लेकर, #urdu#urdushayari#nojotourdu#Urdughazal#LOVEGUITAR