पल्लव की डायरी दिलो से रिश्ता बनाकर, हर शब्द शब्द समेटा है टूटा फूटा जिसके मुँह से भी फूटा है उसका भी स्वागत नोजोटो पर किया है तराशा है पत्थरो को, अब चमक कर हीरे है टूटे फूटे स्वरों वाले,विराजमान मंचो पर है कलमो की धार देने में,प्रशंसक नोजोटो के है गली मोहल्लों की कविताये आज विश्व पटल पर अंकित है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Nojoto गली मोहल्लों की कविताएँ आज विश्व पटल पर अंकित है #Nojoto