इन दिनों ऐसा प्रतीत होता है, जीवन में चारों ओर शोरगुल है, विनाश है और नाउम्मीदी है। सब कुछ स्वतः हो रहा है और मैं केवल दृष्टा हूँ। मेरे हिस्से के शब्द भी अब गुम हो रहे हैं। शब्दों की मायाजाल मुझे हर परिस्थितियों में जिंदा रखता है परंतु अब तो ऐसा लगता है शब्द भी छीन रहे हैं..!!! ©motivational Gyan.2 best motivational thoughts motivational shayari motivational thoughts on success motivational thoughts in hindi on success Aaj Ka Panchang