रवैए से,लफ्जों से बेरूख़ी से सौ बार तो बताया उस ने के,मेरा नहीं है वो जाने क्यों फ़िर भी उस से मुंह मोड़ा नहीं जाता एक दफ़ा आ के थाम ले मुझ को उम्र भर थम जाऊ मैं फ़िर वही उस की नज़रे कर जाती हैं वायदे मुझ से मौजूदगी उस की चीख कर कहती हैं वो मेरा हैं,अजीब कशमकश हैं ज़िंदगी से ये बखेड़ा नहीं जाता जाने कैसे सबर करते हैं लोग सालों के रिश्ते मुझ से,मेरा इकतरफा इश्क़ भी छोड़ा नहीं जाता.... ©ashita pandey बेबाक़ #leafbook खतरनाक लव स्टोरी शायरी लव शायरियां शायरी लव लव शायरी