जब हम मिले थे पहली बार, जोर की बारिश थी हो रही। बालकनी से पानी की बूँदों को छूती, क्या तुम्हें वो बारिश याद है। वो तेज़ बारिश में तेरा भीग जाना, आकर अपने बाल सुखाना। तेरी खुशबू में मेरा खो जाना, क्या तुम्हें वो बारिश याद है। जब मिले थे हम गले सुबह-सुबह, उस ठंडी हवा में तेरा छाता उड़ जाना। मेरा दौड़कर जाना और गिर जाना, क्या तुम्हें वो बारिश याद है क्या तुम्हें वो बारिश याद है- कवि- गौरव गोस्वामी #ChineseAppsBan #barish #CoupleGoals #romanticpoetry #romanticcouple