हररोज़ सुबह एक नई चुनौती लिए आती है, और रात को वो चुनौती पे जीत हासिल किये या तो हारने का गम लिए पलके थकी हुई कही सो जाती है | जीतने की ना ही वो खुशी मना पाती है और ना ही हारने के गम रो पाती है | बस वो थकी सी अखियाँ सोना चाहती है | सोना चाहती है..