खबर लेने मेरी जानने कि साथ ना होते हुए भी मैने तुम्हे खुद के साथ कैसे रखा कैसे मैने खुद की तड़प मुस्कुराते चेहरे के पीछे छिपाए रखी कैसे इतने सालो तक खुद को बिन गलती की सजा दी कैसे तुम्हारे साथ की हुई बातों को मैं हर रात गुजार देती थी जिसमे तुम हमारे रिश्ते को अटूट कहते थे उसको पड़कर भी मैं कैसे तुमसे प्यार करती थी आना जरुर एक बार जानने हाल मेरा नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳