दरवाज़ा खोलते ही मुझे एक लेटर मिला और वो लेटर मेरे मकान मालिक ने भेजा था।उस लेटर में लिखा था कि जितना जल्दी हो सके कमरा खाली कर दो। हम अपना मकान अब बेच रहें हैं। और उस लेटर में ये भी लिखा था कि हमारे घर में जो भी टूटा फूटा है वो सबके भी पैसे लूंगा। मुझे पता है कि तुमलोग पैसा देने से मना नहीं करोगे क्यूंकि तुमने किराया हर महीने टाईम पर दिया। कभी भी लेट या कोई बहाना नहीं बनाया। बल्कि मैंने तुम्हें बहुत परेशान किया हर बार तुमलोगों को सुनाता रहा बेवजह और तुम सुनते रहे बेवजह। मकान मालिक ने ये भी लिखा था कि.. मैंने तुमलोगो से ज्यादा किराया लिया और बाकी किरायेदारों से कम लिया और ये बात तुमको बताने से मना भी कर दिया। जबकि वो लोग साफ़ सफ़ाई भी इतनी नहीं रखते हैं और उल्टा कुछ बोलो तो अक्कड़ भी दिखाते हैं। खैर जो हुआ सो हुआ पर अब मैं माफी मांगता हूं। हो सके तो मुझे माफ़ कर देना भाई थोड़ा तो इंसाफ़ कर देना। मकान मालिक ने ये भी कहा कि मैं ये सारी बातें घर आके भी बता सकता था पर थोड़ी शर्म आ रही थी और फोन का रिचार्ज भी खत्म हो गया था। एक बात और थोड़ा कंजूस भी हूं ज़िंदगी से थोड़ा मायूस भी हूं। खैर ये कहानी तो यही खत्म हुई पर एक बात बता दूं कि.. जो किराएदारों से कम पैसे लेने वाली बात है वो मुझे पहले से ही पता थी। मैने मकान मालिक को उनसे कहते हुए सुन लिया था। और वैसे भी हमें क्या उनका घर चाहे वो फ्री में दे उनकी मर्ज़ी 🥀😊 ©Sanam shona 📨☺️ #लेटर #कहानी