ये शायरी सारे ड्राइवर भाइयों के लिए. वो अपना काम करते है, किसका गुलामी नही करते, मेहनत करके (ऑटो, रिक्शा,बस, कैब चलाके) खाते है, किसकी सलामी नहीं करते! ये शायरी सारे ड्राइवर भाइयों के लिए. वो अपना काम करते है, किसका गुलामी नही करते, मेहनत करके (ऑटो, रिक्शा,बस, कैब चलाके) खाते है, किसकी सलामी नहीं करते! By Bhagwan Ji Jha #driver #shayari #shayarilover #yqdidi #collab #hindishayari