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आज जमीं पर उतरे देखा महताब, जिसके होंठों की नमीं

आज जमीं पर उतरे 
देखा महताब,
जिसके होंठों की नमीं से
खिल उठे गुलाब,
उसके ज़िस्म कि खुशबू रग-रग 
हमें यूँ समा गई,
इस कदर हुआ मदहोश कि
याद ना रहा,
हक़ीक़त थी या देखा कोई 
ख़ूबसूरत ख़्वाब..!! #NojotoQuote जमीं का महताब....
#NojotoHindi #Poetry #EmotionalHindiStaticQuote
आज जमीं पर उतरे 
देखा महताब,
जिसके होंठों की नमीं से
खिल उठे गुलाब,
उसके ज़िस्म कि खुशबू रग-रग 
हमें यूँ समा गई,
इस कदर हुआ मदहोश कि
याद ना रहा,
हक़ीक़त थी या देखा कोई 
ख़ूबसूरत ख़्वाब..!! #NojotoQuote जमीं का महताब....
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guruvirk4012

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