आज जमीं पर उतरे देखा महताब, जिसके होंठों की नमीं से खिल उठे गुलाब, उसके ज़िस्म कि खुशबू रग-रग हमें यूँ समा गई, इस कदर हुआ मदहोश कि याद ना रहा, हक़ीक़त थी या देखा कोई ख़ूबसूरत ख़्वाब..!! #NojotoQuote जमीं का महताब.... #NojotoHindi #Poetry #EmotionalHindiStaticQuote