WQT वक्त कागज पर लिखी हुई कोई शब्द नहीं है,, वक्त तो वक्त है साहब,,, जो दिन होते ही चढ जाती है,, शाम होते ही ढल जाती है,फिर भी वक्त तो वक्त है साहब रातभर चलते रहती हैं,,फिर एक नयी सुबह लेकर आती है। वक्त है रूकती कहाँ है,,,बढते जाती है चढते जाती हैं,,, शाम होते प्यारी सी मुस्कान देकर ढल जाती है,, वक्त तो वक्त ही है कभी चढती है कभी उतरती है ,उतरती है फिर चढती है,, मगर रूकती नहीं,,,, वक्त कागज पर लिखी हुई कोई शब्द नहीं है,,, वक्त तो वक्त है साहब 😊 Written by :- #RaushankrSingh ©RAUSHAN KUMAR SINGH #parent