इश्क मोहब्बत शोहरत नफरत हिज़्र क्या-क्या नहीं देखा हमने, बस इक शख्स को चाहा और उसमें ये सब कुछ देखा हमने, बिछड़ते वक़्त पढ़कर खूब रोयी वो बिछड़ते वक़्त पढ़कर खूब रोयी वो, जो नज्म़ उस पर खूबसूरत लिखे थे हमने। ©Vivek Verma #आप_की_नज्में_को_उनके_द्वारा_पढ़ना_और_यूं_मुस्कुराना_कि_यूं_मुस्कुराना_ #droplets