क्यों इतनी खफा हो मुझसे आखिर मेरी खता क्या है उससे बेपनाह मोहब्बत हुई कोई गुनाह तो नहीं मांगी दुआ उसके लिए कि हर खुशी मिले उसे गम ज़िन्दगी में उसके रहे नहीं (Read Caption👇🙏🙏) सुन तो सही मेरी ज़िंदगी अधूरे ख़्वाब पुरे करने है माँ-बापके के सभी हर दर्द को सहते हुए चुपचाप आगे बढ़ रहा हूँ तभी मेहनत दिन-रात करता हूँ क्योंकि सब को खुश देखना चाहता हूँ बस डर इस बात का रहता है