अपनी "भावनाओं" की कद्र कर.. यू ना भटक किसी "अनजान" के पीछे.. "खुद" से कर ले "सच्ची दोस्ती".. और फिर देख तेरी "जीत" कैसी हो जाती है "पक्की"..✨ जब तू जन्म लेकर आया था इस दुनिया में.. तबसे ही है तू _"बादशाह".. पर दुनिया की उलझनों में फंसकर तू खुद को ही है भुल गया.. ख़ुद को संवारने का है अब मौसम आया.. बिखेर अपनी घनघोर छटा.. और गुमर गुमर कर रौनक कर अपनी ख़ूबसूरत दुनिया..❤️ Believe in yourself..you can you will..✨