डर सबको लगता है पर डर सबको लगता है पर, सभी डरना भूल गए हैं जानते हैं रास्ता प्यार का पर, उसपर चलना भूल गए हैं बद आमाली है चारो ओर और नफ़रत के सौदे हो रहे है मौत का फरिश्ता है दरवाज़े पे पर, गढ़ना जलना भूल गए हैं ©Arshad Siddiqui #AdhureVakya ,