और कितने इम्तिहान तू, जिन्दगी लेने वाली हैं बता दे अभी कि तू कितने, कत्ल और करने वाली है।। हम तो मौत से भी, आंखें मिलाकर चलते हैं चल तू करले और भी कोशिशे, तेरी हर कोशिश नाकाम होने वाली है।। वादा कर लिया है खुद से, अब"पूनम"मैंने अब किसी के रोके, कहां रूकने वाली है।। गजब का उसूल है,तेरे इस ज़माने का गिरते को गिराना, उठते को उठाना,बात टेढ़ी है मगर समझने वाली है।। और कितने इम्तिहान तू जिन्दगी लेने वाली हैं.....