मैं इस खेल के काबिल नहीं ,या फिर यह कहूं .. कि यह खेल मेरे लिए नहीं बना । इसमें सामने वाले को मात देनी पड़ती है। मैं ठहरा एक सच्चा सीधा साधा Aashiq. मैं कहां किसी को मात दे पाऊंगा । हां.. किसी को जमीन से उठाने की बात होती, तो मैं जरूर..अपना हाथ बढ़ा कर उसे अपने साथ ले लेता। शतरंज की बिसात भी बिछाना मैं नहीं जानता।क्षमा चाहता हूं..इसके लिए आप किसी और की तलाश करें । मेरे पास आकर आप की तलाश पूरी नहीं हो सकती।। #शतरंज #AkankshaManiVeerTiwariबाबाgovinddhakedJeetBajwaKaushikADGrk