कोए गज़ल सुणा कै के करणा यूं ए बात बढ़ा कै के करणा..! तेरे दर पै आ कै ठहर गया,, इब घर जा कै भी के करणा..! दिन कटज्या है यादां म्ह, मन्ने रात जगा कै के करणा..! तू म्हारा है तो नजरां म्ह आ,, यूं नजर बचा कै के करणा..! नस्तर चुभै है बातां तै फेर हाथ मिला कै के करणा .. मैं खुद नै खोए बैठ्या हूँ, इब यार गंवा कै के करणा..! ©Baba Brownbeard (Jugaadi Jat) #पैपर_सी_है_ज़िन्दगी,_OMR_मिला_कै_के_करणा !